Monday, 3 February 2025

 संत पंचमी 


वसंत पंचमी |माघ शुद्ध मास|

जन्म दिन खास| शारदेचा|


देवी सरस्वती |वाक् विलासिनी|

आज जन्मदिनी |नमन हे||


विद्येची देवता |पुस्तक धारीणी| 

अज्ञान हरिणी |शारदा माॅ||


शुभ्र वस्त्र शोभे |तू वरदायीनी|

अभयदायीनी |सकलास|| 


वागीश्वरी तूच| तूच भगवती| 

वीणा घेई हाती |माता देवी||


कलेची देवता |तू सप्तसुरांची| 

मुर्ती चैतन्याची |पवित्र तू ||


देवी सरस्वती| देई वरदान |

साहित्याचे दान |आशिष हे||


ज्ञान पंचमीस| कलेचे हे दान|

खरे वरदान |जीवनात||


नमन तुजला |माता सरस्वती|

तुझी ग महती| अभंगात||


कृपा तुझी राहो| हेच ग मागणे|

भक्ती व श्रद्धेने |चरणाशी|| 


पुजते तुजला |मनोभावे माते|

चरणाशी होते |लीन सोनी ||

 माघ पंचमीला |जन्म तुकोबांचा|

क्षण आनंदाचा |सृष्टी वर ||


माय बाप किती |पहा भाग्यवान|

संताचा तो मान |पुत्रा मिळे||


विठ्ठलाची भक्ती |ओढ अंतरात |

विठ्ठल मुखात |सदोदीत||


वृक्ष वल्ली आम्हा |सगे नी सोयरे|

विधान हे खरे |जीवनात|| 


दिला उपदेश |भक्तीचा सोहळा|

भाव जरी भोळा |श्रद्धा मनी||


तुका म्हणे भक्ता |संसार करता|

भक्तीत रमता |हर्ष मनी||


तुकाराम गाथा |जीवनाचा सार|

मिळेल आधार |सकलास|| 


संत शिरोमणी |तुकाराम झाले|

वैकुंठास गेले |विमानात||


शब्दांची सुमने |वाहीली चरणीं|

आज ही अनुश्री| मनोभावे||

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